पटना: राज्य के सभी 38 जिलों में जुलाई से जमीन के सर्वे का काम शुरू हो जायेगा. पहले से 20 जिलों के 89 अंचलों में सर्वे का काम चल रहा है. इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने सारी तैयारी कर ली है.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के अधीन बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत विभिन्न संविदा पदों पर बीसीइसीइबी के माध्यम से चयनित (सफल) 10101 अभ्यर्थियों का कंप्यूटर के जरिए जिला आवंटन कर दिया गया है. अभ्यर्थी अपने पदस्थापन का जिला निदेशालय की वेबसाइट https://dirs.bihar.gov.in Home Page और नोटिस बोर्ड पर भी देख सकते हैं. इसके अतिरिक्त उन्हें एसएमएस के माध्यम से भी सूचना दी जा रही है.मार्च में इनका परिणाम बीसीइसीइबी द्वारा घोषित किया गया था. सभी अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण जून के चौथे हफ्ते में शुरू हो जायेगा जो 15 दिनों तक चलेगा.
इसमें अमीन का 8244 पद, कानूनगो का 758 पद, लिपिक का 742 पद और सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के 8244 पद शामिल हैं. अभिलेखों का संधारण, संरक्षण व अपडेशन है उद्देश्य: भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है. जिसके अनुसार प्रत्येक अंचल में एक-एक विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्त शिविर लगाया जाएगा. सभी शिविरों में एक-एक प्रभारी, दो सर्वेक्षण कानूनगो, दो लिपिक व अंचलों में प्रत्येक चार राजस्व ग्राम के लिए एक विशेष सर्वेक्षण अमीन को पदस्थापित किया जायेगा. विशेष सर्वेक्षण व बंदोबस्त का मुख्य उद्देश्य आधुनिक प्रौद्योगिकी की सहायता से डिजिटाइज्ड ऑनलाइन अधिकार, अभिलेखों एवं मानचित्रों का संधारण, संरक्षण एवं अपडेशन की प्रक्रिया की निरंतरता को बनाए रखना है.