तालाब से मिली भगवान विष्णु की दुर्लभ प्रतिमा, पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
मधुबनी में तालाब से मिट्टी काटने के दौरान भगवान विष्णु की एक दुर्लभ प्रतिमान मिलने के बाद इलाके में श्रद्धालुओं के बीच तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं. इसके अलावा श्रद्धालुओं की भीड़ भी उमड़ पड़ी है.
बिहार के मधुबनी में तालाब से मिट्टी काटने के दौरान भगवान विष्णु की दुर्लभ मूर्ति मिली है. ग्रामीणों ने मूर्ति को तालाब से लाकर कमलादित्य स्थान मंदिर में रखा है. मूर्ति की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. मामला जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के अन्धरा गांव का है. मूर्ति काफी कीमती बताई जा रही है और करोड़ों में इसकी कीमत आंकी जा रही है. किवदंती है कि मिथिला के पहले राजा नान्यदेव ने कर्णाट वंश की स्थापना की थी और उनके महामंत्री श्रीधर ने उनके लिए इस कमलादित्य स्थान पर एक गढ़ का निर्माण किया ।
कमलादित्य स्थान के आसपास के तालाबों से प्राचीन मूर्तियां पूर्व में भी मिलती रही हैं. तालाब खुदाई के दौरान काले ग्रेनाइट पत्थर की प्रतिमा मिली है. भगवान श्रीविष्णु की दुर्लभ मूर्ति मिलने से इलाके में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं. यह मूर्ति प्रशांत चौधरी के निजी तालाब से मिली है और फिलहाल कमलादित्य स्थान के मंदिर में रखी गई है. प्रतिमा मिलने की खबर के बाद लोग पूजा अर्चना करने के लिए जमा होने लगे हैं.
भक्तों द्वारा भगवान विष्णु की लगातार पूजा की जा रही है. अष्टयाम और भंडारा भी कराने का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. बहरहाल, मूर्ति की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को सूचना दे दी गई है. मूर्ति किस काल की है, इसकी जांच के लिए प्रशासन पुरातत्व विभाग से भी संपर्क कर सकता है. वैसे यह मूर्ति कर्णाट कालीन 12वीं-13वीं शताब्दी के बीच की बताई जा रही है.




